After all, tomorrow is our farewell.
Tomorrow
all will busy with his friends , And yes, some last moment may have been
reconciled ,
but in the meantime I have to complete an incomplete work, I also
have to meet with that person, which I am going to love for so long.
And
I have to mention her affection on her leisurely and have to speak to her if
you will even deny me, then my love will not be less for you.
I
was just waiting for tomorrow, I had done all the preparations, thought
everything and maybe I would have repeat 100 times that I have to say tomorrow,
what to say, how to say, and so much.
And
I had thought so far if it did not get the time to tell the whole thing, so I
wrote all the words on a piece of red paper which I had to tell her.
Then
the next day almost all college has reached, but my eyes were looking for
someone else and the search was for which. that weird girl was not come yet.
I
found her a lot and in the end he appeared in the seat next to me.
By
the way, I had heard that girls appear fairy to be in pink clothes, but today
they were convinced by seeing her in a pink sari. Yes there are fairies.
In
that time, I wanted to capture her in my camera and even took it easy. But my friend drove my work down and her picture became blurred.
Don't
know what happened to me at that time, my eyes were not going to get her away
for a moment nor I didn't want to remove my eyes from her.
But
happened I was separated from her , and I was called for my act and I did not
want to go, I thought I would go to him after the completion of the act and
tell her everything.
But
my luck was not so good. That she would
meet me to say all this.
Because
as long as I went back, she had lost somewhere in the crowd, And My breath was
blooming, but it was also necessary to tell her today.
I
tried so much to find her and tell her the condition of my heart, But before
all this could happen she had gone.
Yes
but one thing she left was, that red letter.
Whatever I wrote, but all the memories, all the words written in it and
one of the words written in it were related to her. Who were now fragmented.
****
Hey
god I have heard a lot about your strange wonders,
Hey
god I have heard a lot about your
strange wonders,
So today, do a strange wonder,
I can go to her, want read that letter
and tell her how much i love her.
But now all these things have no worth
Because She's gone.
****
लाल ख़त - (अंतिम दिन)
कल 26th अप्रैल है और कॉलेज में मेरा आखिरी दिन या दूसरे शब्दो में कहूं कल हम सभी अलग होने वाले थे.
आखिर कल हमारी फेयरवेल
जो थी.
कल सभी अपने दोस्तों
के साथ व्यस्त होंगे और हां में भी कुछ आखिरी पल समेट रहा होगा,पर उसी बीच मुझे एक अधूरा काम भी पूरा करना है,मुझे उस सख्स से भी मिलना है,जिसे मैं ना जाने कितने वक़्त से मोहब्बत करे जा रहा हूं.
और मुझे उससे बड़े ही इत्मीनान से अपनी मोह्बत का ज़िक्र करना है और उससे बोलना है अगर तू मुझे इनकार भी करदेगी ना,तो मेरी मोहब्बत
तेरे लिए जरा सी भी कम नहीं होगी.
मुझे बस कल का इंतजार था, मैंने सारी तैयारियां कर ली थी, सब कुछ सोच लिया और शायद मैं 100 दफा दोहरा चुका होगा कि मुझे कल ,क्या कहना है, कैसे कहना है , और बहुत कुछ.
और मैंने ये तक सोच लिया था अगर उससे पूरी बात बताने का वक़्त ना मिला तो , इसलिए मैंने एक लाल कागज के टुकड़े पर वो सारी बाते लिखी जो मुझे उससे कहनी थी.
फिर अगले दिन लगभग सभी कॉलेज वक़्त पर पहुंच गए थे,
पर मेरी आंखों को किसी और की तलाश थी और जिसकी तलाश थी वो कमबख्त अभी अाई नहीं थी.
मैंने उसको काफी ढूंढा और आखिर में वह मुझे मेरी बगल वाली सीट में दिखी.
वैसे तो मैंने सुना था कि लड़कियां गुलाबी रंग के कपड़ों में परी लगती है ,
लेकिन आज उसे गुलाबी साड़ी में देख कर यकीन भी हो गया था. की हां परियां होती है ...
में उस समय उसे अपने कैमरे में कैद करना चाहता था और सायद कर भी लेता. मगर मेरे दोस्त ने मेरा काम बिगड़ दिया और उसकी तस्वीर धुंधली हो गई.
ना जाने उस वक़्त मुझे क्या हो गया था , मेरी नज़रे उससे एक पल के लिए भी नहीं हट रही थी और ना ही में हटाना चाहता था.
पर हुआ यु की में उससे अलग हो गया,मुझे मेरे एक्ट के लिए बुला लिए गए और ना चाहते हुए भी मुझे जाना पड़ा,मैंने सोचा एक्ट ख़तम होने के बाद उसके पास जाऊंगा और उसे सब कुछ बता दूंगा.
पर मेरी किस्मत कहा इतनी अच्छी थी कि ये सब कहने के लिए वो मुझे मिलती ,
क्योंकि जब तक मैं वापस गया,वो भीड़ में कहीं खो चुकी थी,
मेरी सांसे फूल रही थी , लेकिन आज उसे यह बताना भी जरूरी था.
मैंने कोशिश तो बहुत की उसे ढूंढ कर उसे अपने दिल का हाल सुनाने की,लेकिन ये सब मुमकिन होने से पहले वो जा चुकी थी.
हा लेकिन एक चीज छोड़ के गई थी,
वो लाल खत. जो भले है मैंने लिखा था पर उसमें लिखी हुई सारी यादे, सारी बाते और उसमे लिखे हुए एक - एक लफ्ज़ उससे जुड़े हुए थे.
जो अब टुकड़े - टुकड़े हो चुके थे.
****
"" ऐ खुदा तेरे अजूबों के बारे में, बहुत सुना है मेने ,
ऐ खुदा तेरे अजूबों के बारे में, बहुत सुना है मेने ,
तो आज एक अजूबा ऐसा भी कर दे,
के में उसके पास जा सकूं,
उसे वो खत पढ़ा सकू और
कितनी मोहब्बत करता हूं ये बता सकूं.
पर अब इन सभी चीज़ों का कोई फायदा नहीं है,
क्योंकि
वो जा चुकी है.""
This blog will always be closer to my heart
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