You'll probably feel bad about some things today. And maybe you also
regret, this condition of my heart.
That how I was so restless to meet you once, As if my sleep was lost
somewhere.
I felt a different happiness, You probably do not even have an idea.
I was happy with that false promise of yours, Seeing and seeing time
passed ,The days went on, and after that, the day came that I was eagerly
waiting for the day.
On that day I was seated with great hope to you, But all my hopes
were closed and your promise was not fulfilled.
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"" Yes you promised that you will come, you promised that you will
come,
And I was also waiting for that time, the weather was cold winds
But you did not come, what about your promises? ""
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Well okay ... well okay....
I
agree to understand my heart, Perhaps
that day you will not have enough time.
But that day have you not remember your
promise.
Well, I forget all things, But at least you
would answer my phone on that day, which you might have ignored.
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How can i forget that day
How can i forget that day
When you agreed for that little meeting
And maybe I was so happy after many years.
But I forgot,
Often the promises made to me are broken,
And
like you broke your promise ?
Waada ? - ( वादा )
तुम्हे शायद आज मेरी कुछ बातो का बूरा लगेगा, और शायद तुम्हे
अफसोस भी हो ,मेरी दिल की इस हालत पे.
की तुझसे सिर्फ एक दफा मुलाक़ात के लिए कितना बेचैन था, मानो मेरी रातों की नींद कहीं खो सी गई थी,
एक अलग सी खुशी महसूस करने लगा था मैं , तुझे शायद अंदाजा भी नहीं है .
तेरे उस झूठे वादे से मैं कितना खुश हो गया था, और देखते ही देखते वक़्त बीतता गया , दिन निकलते रहे और आखिर वो दिन भी आया जिस दिन का मुझे बेसब्री से इंतज़ार था.
उस दिन मैं बड़ी आस लगाए बैठा था तुझसे , पर मेरी सारी आस धरी की धरी रह गई
और तेरा वादा भी पूरा ना हुआ.
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"" हा तूने वादा किया था के तू आएगा, तूने वादा किया था कि तू आएगा,
और मुझे भी
उस लम्हे का इंतज़ार था, वो मौसम था सर्द हवाओं का,
पर तू अाई नहीं एक दफा तेरे वादो का क्या हुआ ? ""
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अच्छा ठीक है...
अच्छा ठीक है...
मैं अपने दिल को समझने के लिए मान लेता हूं, की शायद उस दिन तेरे पास वक़्त नहीं होगा.
पर तुझे पूरे दिन में अपना वादा याद नहीं रहा होगा.
खैर मैं सारी बातो को भूल जाता हूं , पर कम से कम तू उस दिन मेरे फोन का जवाब तो देती, जिसे तूने शायद नजरअंदाज किया था.
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वो दिन मैं कैसे भूल सकता हूं
वो दिन मैं कैसे भूल सकता हूं
जब तुमने उस छोटी सी मुलाक़ात के लिए हामी भारी थी.
और शायद मै काफी सालों बाद इतना खुश हुआ था.
पर मैं भूल गया था ,
अक़्सर मुझसे करे हुए वादे टूट जाया करते है,
और जैसे तुमने अपना वादा तोड़ा था.
- A Story by Harry Goswami
Great
ReplyDeleteWada tutta h pr hope ni tutni chaiye
ReplyDeleteNice blog
ReplyDeleteMst h bhaiya
ReplyDeleteAachi story banai h