Intezaar

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                                                              Intezaar by Harry Goswami इंतज़ार ! उसके और मेरे दरमिया शायद ही ,  कुछ रह गया था जो चल रहा था (x2) । उसकी याद कभी-कभी उठा देती है मुझे सवेरे ।। हमारे बीच सब कुछ खत्म हो गया है,  या फिर कुछ चल रह है (x2) । जो भी है , मुझे सब पता चल रहा है ।। उसे मोहब्बत हो गई है, अब किसी और से (x2) । मेरा हाल तो ठीक नहीं पर उसका अच्छा चल रहा है ।। मोहब्बत हो गई ,  है ना - तो फिर बताओ तुम उसकी आंखों के बारे में क्या जानते हों (x2) । चल छोड़ो ये बताओ तुम उसे मानना तो जानते हो ।। उसके लिए मैंने ज्यादा कुछ भी लिखा है , के जिस दिन से तुम्हे खुद से दूर कर है । उस दिन से – सोना , खाना, दोस्त , यार , सब दूर कर दिए है मैने ।। मैने एक दफा कोशिश करी थी, तुझे वापिस लाने की – (x2) पर तुम्हे उसकी बाहों से फुरसत ही कहा थी । फीका हो गया है ,  मेरे लिए सब कुछ . (x2) अब किसी से मिलने की हिम्मत बाकी नही है ।। " जब कभी तुम्हे वक्त मिले तो मुझे याद कर लेना, तुम्हे अच्छा लगेगा ।। " तुझे खुद से दूर जाने को मैने ही कहा था मुझे याद है . पर मैने

The Bond - Rishta

Rishta by Harry Goswami
The Bond - Rishta By Harry Goswami

Rishta ( The Bond)

Na Jaane kaun sa rishta juda hai Mera tujhse,
Jo mujhe Teri aur kheecha le aata hai.
Na Jaane kaun sa rishta juda hai Mera tujhse,
Jo Tere Jane ke baad bhi ,
Teri parchai ko mehsoos karta hu.

Waqt ka aalam kuch iss qadar hai ,
Ke log samjhte nhi alfaaz mere,
Ek tu thi Jo meri khamoshi bhi jaan jaati thi.

Bahut majboot hai , yeh naye rishte
Par Kya karu ,
Mera Dil aaj bhi uss nazuk se rishte,
Ko sambhalne mein lag jata hu.
Na Jaane kaun sa rishta juda hai Mera tujhse,
Jo mujhe Teri aur kheecha le aata hai.

Band karna chahta hu main ,
Teri yaado ki kitaab ko.
Par naa Jane
Q uss kitaab ko Roz,
Mehsoos Karne ko jee chahta hai.

Chand si chamakti Hui ,
Meri mohabbat ko tu pehchan na payi.
Yeh Kya Kiya tune ke,
Mujhi ko badnaam kar Diya.

Haa main abhi bhi Beintehaa ,
Mohabbat karta hu tujshe.
Haa main abhi bhi Beintehaa ,
Mohabbat karta hu tujshe.
Par tu yeh maat samjhna ki ,
Abhi bhi tera intezaar hai mujhko.
Quki uss insaan ko kabka
Katle-aam kar diya hai Maine.


Tu yeh maat samjhna ki ,
Abhi bhi tera intezaar hai mujhko.
Par Na Jaane kaun sa rishta juda hai Mera tujhse,
Jo mujhe Teri aur kheecha le aata hai

रिश्ता

जाने कौन सा रिश्ता जुड़ा है मेरा तूझसे,
जो मुझे तेरी और खीचा ले आता है
जाने कौन सा रिश्ता जुड़ा है मेरा तुझसे,
 जो तेरे जाने के बाद भी ,
 तेरी परछाई को महसूस करता हु.
  
वक़्त का आलम कुछ इस क़दर है ,
 के लोग समझते नहीं अलफ़ाज़ मेरे,
एक तू थी जो मेरी ख़ामोशी भी जान जाती थी.

 बहुत मजबूत है ,
ये नए रिश्ते पर क्या करूँ ,
मेरा दिल आज भी उस नाज़ुक से रिश्ते को ,
सँभालने में लग जाता हु.
जाने कौन सा रिश्ता जुड़ा है मेरा तुझसे,
जो मुझे तेरी और खीचा ले आता है

बंद करना चाहता हु मैं ,
तेरी यादो की किताब को.
पर ना जाने 
क्यों उस किताब को रोज़,
महसूस करने का जी चाहता है.

चाँद सी चमकती हुई ,
मेरी मोहब्बत को तू पहचान पायी.
ये क्या किया तूने के,
मुझी को बदनाम कर दिया.

हां मैं अभी भी बेइंतेहा ,
मोहब्बत करता हु तुझसे.
हां मैं अभी भी बेइंतेहा ,
मोहब्बत करता हु तुझसे.
पर तू ये मत समझना की ,
अभी भी तेरा इंतज़ार है मुझको.
क्योंकि उस इंसान को कबका ,
कत्ले-आम कर दिया है मैंने.

 तू ये मत समझना की ,
अभी भी तेरा इंतज़ार है मुझको.
पर जाने कौन सा रिश्ता जुड़ा है मेरा तुझसे,
जो मुझे तेरी और खीचा ले आता है.



- Harry Goswami

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